RBI 10 Rupees Coin – आजकल सोशल मीडिया पर ₹10 के सिक्कों को लेकर खूब अफवाहें फैल रही हैं। कहीं कहा जा रहा है कि ये सिक्के नकली हैं, तो कहीं लोग इन्हें लेने से इनकार कर रहे हैं। दुकान, बाजार या पेट्रोल पंप जैसे कई जगहों पर लोग ₹10 का सिक्का देखकर मुंह बना लेते हैं और लेने से साफ मना कर देते हैं। लेकिन क्या वाकई ₹10 का सिक्का नकली है? क्या इसे लेने से मना किया जा सकता है? क्या इसमें RBI ने कोई बदलाव किया है? चलिए, आज इन सभी सवालों का जवाब विस्तार से जान लेते हैं।
क्या वाकई नकली हैं ₹10 के सिक्के?
सबसे पहले तो ये समझ लीजिए कि ₹10 का सिक्का पूरी तरह से मान्य और वैध है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के मुताबिक अभी तक बाजार में कुल 14 डिजाइनों में ₹10 के सिक्के चलन में हैं और ये सभी असली हैं। बस उनके डिज़ाइन अलग-अलग हो सकते हैं, क्योंकि हर सिक्का अलग-अलग समय पर अलग-अलग टकसालों में ढाला गया है।
लोगों के बीच भ्रम इसलिए फैल रहा है क्योंकि सभी सिक्कों की बनावट और डिज़ाइन एक जैसी नहीं है। कोई सिक्का थोड़ा हल्का है, किसी का रंग हल्का-गाढ़ा है, तो कुछ सिक्कों पर अलग-अलग प्रतीक बने हुए हैं। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि वह नकली है। आरबीआई ने साफ तौर पर कहा है कि कोई भी दुकानदार या नागरिक ₹10 के सिक्के को लेने से मना नहीं कर सकता।
₹10 के असली सिक्के की पहचान कैसे करें?
अगर आपके पास ₹10 का सिक्का है और आप ये जानना चाहते हैं कि वह असली है या नहीं, तो यहां कुछ आसान से टिप्स दिए जा रहे हैं जिससे आप आसानी से उसकी पहचान कर सकते हैं।
1. Ashok Stambh और India-Bharat की मुहर
हर असली ₹10 के सिक्के पर आपको एक तरफ अशोक स्तंभ देखने को मिलेगा। साथ ही वहां भारत और INDIA लिखा होता है। ये एक जरूरी पहचान है।
2. प्रतीक चिन्ह और डिजाइन
सिक्के के दूसरी ओर ₹10 लिखा होगा और इसके साथ कमल का फूल, कृषि से जुड़ा कोई चिन्ह या कोई और प्रतीक हो सकता है। ये डिज़ाइन अलग-अलग हो सकते हैं लेकिन सभी वैध हैं।
3. धातु और रंग
₹10 के सिक्के बाय-मेटलिक होते हैं यानी यह दो धातुओं से मिलकर बनते हैं। इनका बाहरी हिस्सा एलुमिनियम-ब्रॉन्ज और अंदर का हिस्सा निकेल ब्रॉन्ज से बना होता है। असली सिक्के का रंग चमकदार और एक जैसा होता है जबकि नकली सिक्के का रंग हल्का या मटमैला हो सकता है।
4. ध्वनि से पहचानें
असली सिक्के को गिराने पर उसमें से साफ, लंबी और धातु जैसी आवाज आती है। वहीं नकली सिक्का गिराने पर आवाज धीमी और खोखली होती है।
5. चुंबक पर असर
₹10 का असली सिक्का हल्का चुंबकीय होता है। अगर आप इसे चुंबक के पास लाते हैं तो यह हल्का आकर्षण दिखाएगा। नकली सिक्का या तो चुंबक से चिपक जाएगा या बिल्कुल कोई असर नहीं दिखाएगा।
क्या कोई ₹10 का सिक्का लेने से मना कर सकता है?
बिलकुल नहीं। आरबीआई ने इसे लेकर साफ गाइडलाइन जारी की है कि कोई भी नागरिक, दुकानदार, कंपनी या संस्था ₹10 के सिक्के को लेने से मना नहीं कर सकती। अगर कोई ऐसा करता है, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो सकती है। ऐसे में अगर कोई दुकानदार या पेट्रोल पंप वाला आपका ₹10 का सिक्का लेने से इनकार करे, तो आप उसकी शिकायत भी कर सकते हैं।
आरबीआई की सुविधा – टोल फ्री नंबर
अगर आपको फिर भी कोई संदेह है, तो आप RBI के टोल फ्री नंबर 14440 पर कॉल करके सिक्के से जुड़ी पूरी जानकारी ले सकते हैं। इस नंबर पर कॉल करने पर आपको IVR के माध्यम से सिक्कों से जुड़ी सही जानकारी मिलेगी।
क्यों फैलती हैं ऐसी अफवाहें?
दरअसल सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाना आज बहुत आसान हो गया है। कोई भी व्यक्ति बिना जांच-पड़ताल के कोई भी बात वायरल कर देता है। इसी तरह कुछ साल पहले भी ₹10 के सिक्कों को लेकर ऐसी ही अफवाहें फैली थीं, जब लोगों ने यह कहना शुरू कर दिया था कि ये नकली हैं। इससे व्यापारियों और आम लोगों के बीच भ्रम फैल गया था। यही कारण है कि अब RBI समय-समय पर लोगों को जागरूक कर रहा है।
अगर आपके पास ₹10 का सिक्का है तो बेफिक्र होकर उसका इस्तेमाल करें। वो पूरी तरह से असली और वैध है। बस ये ध्यान रखें कि उसके ऊपर भारत और इंडिया लिखा हो, अशोक स्तंभ हो और डिज़ाइन में कुछ भी असामान्य न लगे। अगर कोई भी व्यक्ति या संस्था इसे लेने से मना करती है तो आप उसकी शिकायत कर सकते हैं। और हां, अगली बार कोई अफवाह आए तो उसे आंख बंद करके न मानें, पहले उसकी सच्चाई जरूर जान लें।