Ration Card Update – अगर आप जिले या आसपास के किसी गांव-शहर में रहते हैं और आपके पास राशन कार्ड है, तो यह खबर आपके लिए बहुत काम की है। राज्य सरकार ने इस बार आम लोगों को बड़ी राहत दी है, खासकर उन लोगों को जो हर महीने सरकारी राशन पर निर्भर रहते हैं।
मानसून की दस्तक और हर साल आने वाली बाढ़ की स्थिति को देखते हुए खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग ने एक अहम फैसला लिया है। सरकार अब मई से लेकर अगस्त तक का राशन पहले ही बांटने जा रही है ताकि बाढ़ या दूसरी प्राकृतिक आपदाओं की स्थिति में किसी को भी खाने-पीने की तकलीफ न हो।
तीन महीने का राशन एक साथ मिलेगा – क्या है स्कीम?
दरअसल, बिहार में जून-जुलाई के महीने में कई इलाके बाढ़ की चपेट में आ जाते हैं। नदियों के जलस्तर बढ़ने से गांवों का संपर्क मुख्य सड़कों से कट जाता है। इस वजह से हर साल कई परिवारों को समय पर राशन नहीं मिल पाता।
इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए विभाग ने तय किया है कि मई से ही जून, जुलाई और अगस्त का राशन अग्रिम रूप से दे दिया जाएगा। इससे लाभुकों को किसी भी हालात में खाने की दिक्कत नहीं होगी।
कब मिलेगा कौन-सा राशन? – जानिए पूरा शेड्यूल
सरकार ने वितरण की तारीखें भी तय कर दी हैं। नीचे बताया गया है कि आपको किस तारीख में कौन-से महीने का राशन मिलेगा:
- जून महीने का राशन: 21 मई से 31 मई के बीच
- जुलाई महीने का राशन: 1 जून से 15 जून के बीच
- अगस्त महीने का राशन: 15 जून से 30 जून के बीच
यानि जून के आखिर तक आप तीन महीने का राशन स्टॉक कर पाएंगे। यह फैसला इसलिए भी जरूरी माना जा रहा है क्योंकि अचानक बारिश या बाढ़ आने पर स्थिति संभालना मुश्किल हो जाता है।
जिलाधिकारियों को दिए गए सख्त निर्देश
राज्य के प्रधान सचिव ने सभी जिलाधिकारियों को इस बारे में पत्र भेजा है और स्पष्ट कहा है कि तय समयसीमा में सभी लाभुकों को उचित मात्रा में राशन मुहैया कराया जाए। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि किसी वितरण केंद्र पर भीड़, अव्यवस्था या भ्रष्टाचार जैसी स्थिति न बने।
जिलों में जो डीलर राशन बांटते हैं, उन पर खास निगरानी रखी जाएगी ताकि कोई भी लाभुक वंचित न रहे। इसके लिए जिला प्रशासन को विशेष निगरानी टीम भी बनानी होगी।
यह कदम क्यों है इतना जरूरी?
हर साल बिहार के कई जिले जैसे छपरा, दरभंगा, मधुबनी, गोपालगंज, सीवान आदि बाढ़ की चपेट में आ जाते हैं। ऐसे में कई बार राशन दुकानों तक पहुंचना भी संभव नहीं होता। कुछ गांव तो ऐसे होते हैं जहां नाव से ही सामान पहुंचाना पड़ता है।
राज्य सरकार ने इस बार एक आपदा पूर्व तैयारी के तहत यह योजना लागू की है। इससे पहले ऐसे हालात में राहत कैंप लगाकर राशन बांटना पड़ता था, लेकिन इस बार लोग अपने घर में ही पहले से राशन स्टोर कर पाएंगे।
कौन उठा सकता है इस स्कीम का फायदा?
यह सुविधा उन्हीं लोगों को मिलेगी जिनके पास सही और वैध राशन कार्ड है। सभी पात्र परिवार – चाहे वह अंत्योदय कार्ड हो या priority household कार्ड – इस योजना के तहत तीन महीने का राशन एक साथ उठा सकेंगे।
अगर किसी ने अभी तक राशन कार्ड नहीं बनवाया है, तो वह खाद्य विभाग की वेबसाइट या अपने पंचायत कार्यालय में आवेदन करके प्रक्रिया शुरू कर सकता है।
किन चीजों का मिलेगा राशन?
सरकारी वितरण प्रणाली (PDS) के तहत जो सामान्य खाद्यान्न मिलता है, वही इस योजना में भी मिलेगा:
- चावल
- गेहूं
- कभी-कभी दाल या नमक (राज्य की विशेष योजनाओं के अनुसार)
प्रति व्यक्ति या प्रति परिवार मिलने वाली मात्रा पहले जैसी ही होगी, सिर्फ अंतर यह है कि तीन महीने का राशन एक साथ दिया जाएगा।
लाभुकों को क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?
- वितरण की तारीखों पर जरूर राशन उठवा लें, क्योंकि एक बार तारीख निकल जाने पर भविष्य में दिक्कत हो सकती है
- राशन उठवाने के बाद उसकी रसीद और एंट्री चेक करें
- राशन में किसी भी तरह की गड़बड़ी दिखे तो तुरंत स्थानीय प्रशासन या जनवितरण प्रणाली की हेल्पलाइन पर शिकायत करें
- राशन को सही तरीके से स्टोर करें, ताकि नमी या कीड़े से खराब न हो
बिहार सरकार का यह फैसला वास्तव में सराहनीय है। जब कोई आपदा आती है तो सबसे ज्यादा दिक्कत गरीब और ग्रामीण परिवारों को होती है। समय पर राशन मिलने से उनका जीवन थोड़ा आसान होता है।
यह योजना न सिर्फ लोगों की परेशानी को पहले ही कम कर रही है, बल्कि यह राज्य सरकार के आपदा प्रबंधन की सोच और तैयारी को भी दर्शाती है।
तो अगर आप भी राशन कार्डधारी हैं, तो इस योजना का फायदा जरूर उठाएं। तय तारीख पर राशन दुकान जाएं, जरूरी कागजात लेकर जाएं और अपने तीन महीने का राशन लेकर आएं।