Holidays Remuneration 2025 – सरकार ने इस बार गर्मियों की छुट्टियों में शिक्षामित्रों को एक खास तोहफा देने का फैसला किया है। अगर आप भी एक शिक्षामित्र हैं या किसी स्कूल से जुड़े हैं तो यह खबर आपके लिए बहुत अहम है। दरअसल, इस साल समर कैंप के दौरान जिन शिक्षामित्रों की ड्यूटी लगाई गई है, उन्हें 6000 रुपये का अतिरिक्त पारिश्रमिक दिया जाएगा। यानी छुट्टियों में काम करने का मिलेगा सीधा फायदा।
क्या है सरकार की योजना?
उत्तर प्रदेश सरकार ने समर कैंप 2025 के लिए एक नई पहल की है। 21 मई से लेकर 10 जून तक चलने वाले इस कैंप के लिए जिन शिक्षामित्रों की ड्यूटी लगेगी, उन्हें ₹6000 की अतिरिक्त रकम दी जाएगी। यह भुगतान उनके वेतन से अलग होगा और सीधे उनके बैंक अकाउंट में भेजा जाएगा।
लेकिन ध्यान रहे, यह सुविधा केवल उन्हीं शिक्षामित्रों को मिलेगी जो समर कैंप में सक्रिय रूप से ड्यूटी करेंगे। यानी अगर आपकी ड्यूटी समर कैंप में लगी है तो ही आप इस योजना के हकदार होंगे।
किस-किस को मिलेगा लाभ?
यह योजना सिर्फ उन शिक्षामित्रों के लिए है जिनकी समर कैंप के दौरान जिम्मेदारी तय की गई है।
- समर कैंप 21 मई से 10 जून 2025 तक चल रहा है।
- इसमें कक्षा 6 से 8 तक के बच्चों को शामिल किया गया है।
- प्राइमरी सेक्शन यानी कक्षा 1 से 5 के बच्चे इस कैंप का हिस्सा नहीं हैं।
- उच्च प्राथमिक स्कूलों में जहां अनुदेशक नहीं हैं, वहां शिक्षामित्रों को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
- पास के विद्यालयों से भी शिक्षामित्रों को तैनात किया गया है।
क्या होगा समर कैंप में?
समर कैंप को केवल पढ़ाई के नजरिए से नहीं देखा जा रहा, बल्कि इसका उद्देश्य बच्चों का सर्वांगीण विकास है। यानी इसमें केवल किताबें ही नहीं बल्कि मजेदार और रचनात्मक गतिविधियां भी होंगी, जैसे:
- खेलकूद प्रतियोगिताएं
- चित्रकला और क्राफ्ट वर्क
- कहानी लेखन और पढ़ने की आदत डालना
- समूह चर्चा और टीम वर्क एक्टिविटीज
- योग और ध्यान
- सामान्य ज्ञान के छोटे-छोटे क्विज़
इससे बच्चों को गर्मियों की छुट्टियों में कुछ नया सीखने को मिलेगा, और समय का अच्छा उपयोग भी होगा।
क्यों खास है यह फैसला?
यह पहली बार है जब यूपी सरकार ने गर्मी की छुट्टियों में शिक्षामित्रों को समर कैंप की जिम्मेदारी दी है और उनके मेहनत का भुगतान भी तय किया है। अक्सर छुट्टियों के दौरान शिक्षामित्रों को कोई काम नहीं दिया जाता था, लेकिन इस बार उन्हें अपनी भूमिका निभाने का मौका भी मिलेगा और आर्थिक रूप से मदद भी।
सरकार का यह कदम इसलिए भी अहम है क्योंकि इससे दो फायदे होंगे –
- शिक्षामित्रों की मेहनत की सराहना: उन्हें यह महसूस होगा कि सरकार उनके काम को महत्व देती है।
- आर्थिक मजबूती: ₹6000 की राशि भले बहुत बड़ी न हो, लेकिन गर्मी की छुट्टियों में एक अतिरिक्त आमदनी जरूर होगी।
क्या कह रहे हैं अधिकारी?
बेसिक शिक्षा अधिकारी वीरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि सभी संबंधित शिक्षामित्रों की पहचान कर ली गई है और उनके बैंक खातों में 6000 रुपये सीधे भेजे जाएंगे। जहां अनुदेशक नहीं हैं, वहां शिक्षामित्रों की ड्यूटी पहले ही निर्धारित कर दी गई है।
छात्रों के लिए भी फायदेमंद
यह योजना केवल शिक्षामित्रों के लिए ही नहीं, बल्कि छात्रों के लिए भी काफी लाभदायक है।
- छुट्टियों में पढ़ाई से संपर्क नहीं टूटेगा।
- बच्चों में नई स्किल्स विकसित होंगी।
- गर्मी की छुट्टियां मजेदार और ज्ञानवर्धक बनेंगी।
- छात्रों को प्रतियोगी वातावरण में खुद को बेहतर करने का अवसर मिलेगा।
कुल मिलाकर यह योजना सरकार की एक सकारात्मक सोच को दर्शाती है। शिक्षामित्रों को उनके योगदान का पारिश्रमिक देकर न केवल उन्हें सम्मान दिया जा रहा है बल्कि छात्रों की शिक्षा को भी एक नई दिशा दी जा रही है।
यदि यह मॉडल सफल रहता है तो आने वाले वर्षों में अन्य राज्यों में भी इस तरह की पहल हो सकती है।
तो अगर आप शिक्षामित्र हैं और आपकी समर कैंप में ड्यूटी लगी है, तो समझिए आपके लिए यह छुट्टियों में एक बोनस की तरह है। और अगर आप अभिभावक हैं, तो अपने बच्चों को इस कैंप में जरूर भेजिए – उन्हें पढ़ाई के साथ मस्ती और कुछ नया सीखने का भरपूर मौका मिलेगा।