Gold Rate News – अगर आप भी सोना खरीदने का सोच रहे हैं, तो ये खबर आपके लिए बहुत जरूरी है। इस साल सोने के दामों में जो तेजी देखने को मिल रही है, वो वाकई हैरान करने वाली है। कुछ महीनों पहले तक 10 ग्राम सोना 60 से 65 हजार के बीच मिल रहा था, लेकिन अब हालात पूरी तरह बदल चुके हैं। जून की शुरुआत में ही सोने ने 97 हजार रुपये के पार की छलांग लगा दी है और एक्सपर्ट्स का कहना है कि जुलाई और अगस्त में ये आंकड़ा सीधे एक लाख रुपये प्रति 10 ग्राम को पार कर सकता है।
अप्रैल में ही छू लिया था रिकॉर्ड
आपको जानकर हैरानी होगी कि 22 अप्रैल को सोने ने इतिहास रच दिया था। उस दिन सोने की कीमत पहली बार एक लाख रुपये के पास पहुंच गई थी। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोना 99,358 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया था। वहीं, बाजार में रिटेल भाव भी 1 लाख रुपये के आसपास देखे गए। ये आंकड़े दिखाते हैं कि सोने ने निवेशकों के चेहरे पर मुस्कान ला दी है, लेकिन आम खरीदारों के लिए यह एक बड़ी चिंता बन चुका है।
क्यों बढ़ रहे हैं सोने के दाम?
अब सवाल आता है कि आखिर सोने की कीमतें इतनी तेजी से क्यों बढ़ रही हैं। इसके पीछे कई कारण हैं:
- वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता – अमेरिका, यूरोप और एशिया के कई देशों में आर्थिक हालात स्थिर नहीं हैं। लोग शेयर मार्केट या अन्य जोखिम भरे विकल्पों से हटकर सोने को सुरक्षित निवेश मानते हैं।
- महंगाई का असर – दुनियाभर में बढ़ती महंगाई के चलते निवेशक सोने को एक भरोसेमंद हेज मान रहे हैं।
- राजनीतिक तनाव – रूस-यूक्रेन युद्ध, चीन-अमेरिका तनाव और मध्य पूर्व के हालात जैसे कारणों से बाजार में डर बना रहता है, और ऐसे वक्त में सोना सबसे सुरक्षित विकल्प माना जाता है।
- रुपया कमजोर – डॉलर के मुकाबले रुपया लगातार कमजोर हो रहा है, जिससे आयातित सोना और महंगा हो गया है।
आम आदमी की जेब पर असर
अब जब सोना इतना महंगा हो गया है, तो जाहिर है इसका सीधा असर आम लोगों पर पड़ रहा है। पहले जहां लोग शादी-ब्याह या त्योहारों पर कुछ न कुछ सोना खरीद ही लिया करते थे, अब उनके लिए यह सपना बनता जा रहा है। छोटे व्यापारी, मध्यमवर्गीय परिवार और दैनिक मजदूरी करने वाले लोगों के लिए तो सोना खरीदना लगभग नामुमकिन हो गया है।
ज्वेलरी की बिक्री में आई गिरावट
इस तेजी का असर बाजार पर साफ नजर आ रहा है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल की पहली तिमाही में ज्वेलरी की बिक्री में 25 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई है। यानी लोग अब शुद्ध सोने की ज्वेलरी लेने से बच रहे हैं और सिर्फ जरूरत पड़ने पर ही थोड़ा-बहुत निवेश कर रहे हैं।
निवेशक कर रहे हैं मुनाफा
वहीं दूसरी ओर, जिन्होंने पिछले साल या उससे पहले सोने में निवेश किया था, उनके लिए ये समय सोने जैसा ही है। क्योंकि उन्होंने 50-60 हजार के रेट पर खरीदा था और अब जब ये 1 लाख के पास पहुंच चुका है, तो उनके पैसे लगभग दोगुने हो गए हैं। कई निवेशक इस समय अपने गोल्ड बॉन्ड्स या गोल्ड ईटीएफ बेचकर अच्छा खासा मुनाफा कमा रहे हैं।
जुलाई-अगस्त में क्या होगा?
अब सवाल ये उठता है कि जुलाई और अगस्त में क्या वाकई सोना एक लाख के पार जाएगा? एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर अमेरिका द्वारा ब्याज दरों में कटौती की कोई घोषणा होती है या वैश्विक टेंशन और बढ़ता है, तो सोने की कीमतों में और तेजी आ सकती है। सर्राफा बाजार के जानकार विजय वर्मा के अनुसार, जुलाई में सोना 1 लाख 10 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है। खासकर अगर डॉलर कमजोर पड़ता है और क्रूड ऑयल की कीमतें चढ़ती हैं, तो गोल्ड को सपोर्ट मिलेगा।
किसे क्या करना चाहिए?
- अगर आप निवेशक हैं तो यह समय आपके लिए सही हो सकता है थोड़ी मुनाफा बुकिंग करने का। लेकिन लंबे समय के लिए भी सोना सुरक्षित विकल्प बना रहेगा।
- अगर आप खरीदार हैं, तो थोड़ा इंतजार कर सकते हैं। हो सकता है कि जुलाई या अगस्त के अंत में थोड़ी गिरावट आए जब बाजार थोड़ा स्थिर हो।
- गोल्ड ईटीएफ या डिजिटल गोल्ड जैसे विकल्पों में थोड़ा-थोड़ा निवेश करके आप बाजार की चाल के साथ रह सकते हैं और रिस्क भी कम होगा।
क्या सोना फिर सस्ता होगा?
इस सवाल का जवाब कोई नहीं दे सकता। सोने की कीमतें पूरी तरह से वैश्विक हालात, डॉलर की मजबूती और निवेशकों के मूड पर निर्भर करती हैं। लेकिन ये तय है कि सोने की कीमतें कभी भी ज्यादा समय तक एक जगह पर नहीं टिकतीं। अगर किसी समय बाजार में स्थिरता आई और निवेशक शेयर या रियल एस्टेट की तरफ लौटे, तो सोने के रेट में गिरावट भी आ सकती है।
कुल मिलाकर बात यही है कि सोना फिलहाल उछाल पर है और जुलाई-अगस्त में इसकी रफ्तार और तेज हो सकती है। आम लोगों के लिए सोना अब धीरे-धीरे ‘लग्जरी’ बनता जा रहा है, लेकिन निवेशकों के लिए ये एक शानदार मौका है। हालांकि फैसला सोच-समझकर लें, क्योंकि सोना जितना फायदा दे सकता है, उतना नुकसान भी अगर समय ना देखा जाए।