FD Rates – अगर आपने फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) में निवेश किया है या करने की सोच रहे हैं तो यह खबर आपके लिए बहुत जरूरी है। देश के दो बड़े निजी बैंक – ICICI Bank और HDFC Bank ने अपने एफडी ब्याज दरों में कटौती का ऐलान कर दिया है। ये कटौती ऐसे समय में की गई है जब लोग ब्याज दरों में बढ़ोतरी की उम्मीद कर रहे थे।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा रेपो रेट में लगातार दूसरी बार कटौती के बाद बैंकों ने भी ब्याज दरें कम करनी शुरू कर दी हैं। अब इसका सीधा असर एफडी धारकों की कमाई पर पड़ेगा क्योंकि अब एफडी पर पहले के मुकाबले कम रिटर्न मिलेगा।
चलिए जानते हैं कि अब इन बैंकों में FD कराने पर आपको कितना ब्याज मिलेगा, सीनियर सिटीजन को क्या अतिरिक्त फायदा मिलेगा और क्या ये समय एफडी कराने के लिए सही है या नहीं।
क्या है ताजा बदलाव?
ICICI Bank FD दरों में बदलाव
ICICI बैंक ने अपने ग्राहकों के लिए एफडी की ब्याज दरों में 20 बेसिस प्वाइंट की कटौती की है। यह नई दरें 27 मई 2025 से लागू हो चुकी हैं। इसका मतलब है कि अगर आपने 27 मई या उसके बाद FD कराई है तो आपको नई, कम दरों पर ब्याज मिलेगा।
बैंक में आप 7 दिन से लेकर 10 साल तक की अवधि के लिए एफडी करा सकते हैं। अभी तक 18 महीने से 2 साल की FD पर सबसे ज्यादा ब्याज मिल रहा है।
नई ब्याज दरें:
- 7 दिन से 14 दिन – 3.00%
- 15 दिन से 29 दिन – 3.25%
- 30 दिन से 45 दिन – 3.50%
- 46 दिन से 90 दिन – 4.25%
- 91 दिन से 184 दिन – 4.75%
- 185 दिन से 289 दिन – 5.50%
- 290 दिन से 1 साल – 5.75%
- 1 साल से 18 महीने – 6.50%
- 18 महीने से 2 साल – 6.85% (अधिकतम)
- 2 साल से 5 साल – 6.50%
- 5 साल से 10 साल – 6.30%
सीनियर सिटीजन को हर अवधि पर 0.50% अतिरिक्त ब्याज मिलता है।
HDFC Bank FD दरों में बदलाव
HDFC बैंक ने भी अपनी एफडी दरों में कटौती की है, जो 23 मई 2025 से लागू हो गई है। यहां भी आपको 7 दिन से लेकर 10 साल तक की FD कराने की सुविधा है।
नई ब्याज दरें:
- 7 दिन से 14 दिन – 3.00%
- 15 दिन से 29 दिन – 3.25%
- 30 दिन से 45 दिन – 3.50%
- 46 दिन से 90 दिन – 4.25%
- 91 दिन से 6 महीने – 4.75%
- 6 महीने 1 दिन से 9 महीने – 5.50%
- 9 महीने 1 दिन से 1 साल – 5.75%
- 1 साल से 15 महीने – 6.50%
- 15 महीने से 21 महीने – 6.85% (अधिकतम)
- 21 महीने से 5 साल – 6.50%
- 5 साल से 10 साल – 6.25%
यहां भी वरिष्ठ नागरिकों को 0.50% अधिक ब्याज मिलता है।
क्यों घटाईं बैंकों ने ब्याज दरें?
ब्याज दरों में यह कटौती भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा पॉलिसी रेट्स में बदलाव के चलते हुई है। जब आरबीआई रेपो रेट घटाता है, तो बैंक भी अपने डिपॉजिट और लोन प्रोडक्ट्स की दरों को उसी के अनुरूप एडजस्ट करते हैं। इससे लोन सस्ता होता है, लेकिन डिपॉजिट पर मिलने वाला ब्याज कम हो जाता है।
क्या अब एफडी कराना फायदेमंद है?
यह सवाल आज हर निवेशक के मन में है। तो इसका जवाब है – हां, लेकिन सोच-समझकर।
अगर आप एक सुरक्षित और स्थिर रिटर्न चाहते हैं, जहां बाजार के उतार-चढ़ाव का असर न हो, तो FD अभी भी एक अच्छा विकल्प है, खासकर सीनियर सिटीजन के लिए जिन्हें नियमित इनकम की जरूरत होती है। हालांकि, ब्याज दरें थोड़ी कम जरूर हो गई हैं, लेकिन मार्केट रिस्क न होने की वजह से यह भरोसेमंद निवेश विकल्प बना हुआ है।
FD निवेश करते समय ध्यान रखें
- कम अवधि की FD से बचें: कम अवधि वाली FD पर ब्याज सबसे कम मिलता है।
- सीनियर सिटीजन एडवांटेज: अगर आपके परिवार में कोई सीनियर सिटीजन है, तो उनके नाम से FD कराएं ताकि 0.50% ज्यादा ब्याज मिले।
- ऑटो रिन्यूअल ऑप्शन: FD खत्म होने पर खुद ही रिन्यू हो जाए, इसके लिए ऑटो-रिन्यूअल ऑप्शन जरूर चुनें।
- ब्याज दरों की तुलना करें: सिर्फ एक बैंक में भरोसा न करें, कई बैंकों की दरों की तुलना करें और फिर निवेश करें।
- टैक्सेशन समझें: सालाना ₹40,000 (वरिष्ठ नागरिकों के लिए ₹50,000) से ज्यादा ब्याज होने पर TDS कट सकता है, इसलिए फॉर्म 15G/15H भरना न भूलें।
आईसीआईसीआई और एचडीएफसी बैंक द्वारा एफडी की ब्याज दरों में कटौती का असर उन निवेशकों पर पड़ेगा जो अपने पैसे को सेफ और गारंटीड रिटर्न के लिए FD में रखते हैं। हालांकि रिटर्न थोड़ा घट गया है, फिर भी फिक्स्ड डिपॉजिट एक भरोसेमंद विकल्प बना रहेगा।
अगर आप FD में निवेश करना चाहते हैं तो यह समय पूरी तरह बुरा नहीं है, बस थोड़ी सावधानी और स्मार्ट प्लानिंग से आप इस माहौल में भी अच्छा रिटर्न कमा सकते हैं।