EPFO New Rules 2025 – अगर आप नौकरीपेशा हैं और आपका PF कटता है तो आपके लिए जून 2025 की ये खबर बेहद राहत भरी है। EPFO (कर्मचारी भविष्य निधि संगठन) ने EDLI (Employees’ Deposit Linked Insurance Scheme) को लेकर कुछ अहम बदलाव किए हैं जो सीधे तौर पर आपके और आपके परिवार की फाइनेंशियल सिक्योरिटी से जुड़े हैं।
अब अगर किसी कर्मचारी की नौकरी के दौरान मौत हो जाती है, तो उसके परिवार को मिलने वाली बीमा राशि ₹7 लाख तक कर दी गई है। पहले यह सीमा ₹2.5 लाख थी। इतना ही नहीं, नए नियमों में डेथ क्लेम प्रोसेस को आसान बना दिया गया है, और कई ऐसे बदलाव किए गए हैं जिनका फायदा सीधे PF खाताधारकों को मिलेगा।
चलिए एक-एक करके जानते हैं कि क्या हैं ये नए नियम और कैसे इनसे हजारों परिवारों को हर साल आर्थिक मदद मिलेगी।
क्या है EDLI योजना?
सबसे पहले समझ लेते हैं कि EDLI स्कीम होती क्या है। ये योजना 1976 में शुरू की गई थी, और इसका मकसद यह है कि अगर किसी कर्मचारी की नौकरी के दौरान मृत्यु हो जाए, तो उसके परिवार को बीमा राशि के रूप में आर्थिक सहायता मिल सके।
इस स्कीम में कोई प्रीमियम कर्मचारी से नहीं लिया जाता, बल्कि एम्प्लॉयर 0.5% का योगदान करते हैं।
अब ₹7 लाख तक मिलेगा बीमा कवर
EPFO ने EDLI स्कीम की बीमा राशि को बढ़ाकर ₹7 लाख कर दिया है, जो पहले ₹2.5 लाख थी।
यह राशि कर्मचारी के पिछले 12 महीनों की औसत सैलरी के आधार पर तय होती है। इससे उन परिवारों को बड़ा फायदा होगा जो अचानक अपने कमाने वाले सदस्य को खो देते हैं।
सरल शब्दों में कहें तो ये स्कीम नौकरीपेशा लोगों के परिवार के लिए एक मजबूत सुरक्षा कवच बन गई है।
नई जॉब जॉइन किए कम समय ही हुआ है? अब भी मिलेगा फायदा
पहले अगर किसी कर्मचारी की जॉब जॉइन करने के एक साल के भीतर मौत हो जाती थी, तो उसके परिवार को EDLI बीमा कवर नहीं मिलता था। लेकिन अब नया नियम कहता है कि ऐसे मामलों में भी ₹50,000 की सहायता राशि दी जाएगी।
मतलब नौकरी शुरू किए चाहे एक हफ्ता हुआ हो या एक महीना, अब परिवार को मदद जरूर मिलेगी।
नौकरी बदली है? बीमा अब भी जारी रहेगा
ये एक और बड़ा बदलाव है जो आजकल की जॉब हॉपिंग करने वाली जेनरेशन के लिए बेहद फायदेमंद है।
अब अगर कोई कर्मचारी एक नौकरी छोड़कर दूसरी जॉइन करता है और उस बीच दो महीने तक की ब्रेक होती है, तो भी उसकी बीमा सुरक्षा बनी रहेगी। पहले इस ब्रेक की वजह से कवर खत्म हो जाता था, जिससे कई परिवार फंसे रह जाते थे।
क्लेम प्रोसेस को किया गया और आसान
EPFO ने डेथ क्लेम प्रोसेस को और डिजिटल, आसान और तेज़ बना दिया है। अब नॉमिनी या लीगल वारिस को क्लेम करते वक्त ज्यादा कागजी कार्रवाई नहीं करनी पड़ेगी।
- पहले जहां कई फॉर्म भरने होते थे, अब कम डाक्यूमेंट्स में काम हो जाएगा।
- ऑनलाइन क्लेम प्रोसेस भी और स्मूद किया गया है।
इसका फायदा यह होगा कि मृत्यु जैसी दुखद स्थिति में परिवार को जल्दी सहायता मिल सकेगी।
EPF जमा में देरी पर फाइन हुआ कम
एम्प्लॉयर के लिए भी एक राहत की खबर है। पहले EPF जमा करने में देरी पर भारी फाइन लगता था। लेकिन अब उस पर सिर्फ 1% प्रति माह का फाइन लगेगा।
इससे कंपनियों को नुकसान कम होगा और कर्मचारियों का पैसा समय पर PF अकाउंट में पहुंचेगा। इससे ट्रांसपेरेंसी और भरोसा दोनों बढ़ेगा।
साल 2024–25 के लिए ब्याज दर भी घोषित
EPFO ने साल 2024-25 के लिए 8.25% की सालाना ब्याज दर की घोषणा की है। यह दर फिलहाल बाजार के मुकाबले काफी आकर्षक मानी जा रही है।
मतलब आप सिर्फ PF में पैसा जमा नहीं कर रहे, बल्कि उस पर अच्छा रिटर्न भी कमा रहे हैं।
बीमा राशि पाने का प्रोसेस क्या है?
अगर किसी कर्मचारी की मृत्यु नौकरी के दौरान हो जाती है, तो उसके नामांकित व्यक्ति (Nominee) या कानूनी वारिस (Legal Heir) को ₹2.5 लाख से ₹7 लाख तक की राशि दी जाती है।
इसके लिए किसी तरह की प्रीमियम राशि नहीं देनी होती। कंपनी की तरफ से यह कवर मिलता है।
हजारों परिवारों को हर साल मिलेगा लाभ
EPFO के अनुसार हर साल लगभग 1000 से ज्यादा ऐसे केस आते हैं, जहां नौकरी के दौरान कर्मचारियों की मौत हो जाती है।
इन नए नियमों से अब इन परिवारों को समय पर और ज्यादा आर्थिक मदद मिल सकेगी। इससे देश में सोशल सिक्योरिटी सिस्टम और मजबूत होगा और कर्मचारियों में सेफ्टी का भरोसा बढ़ेगा।
EPFO की ये नई पहल न सिर्फ कर्मचारियों को फाइनेंशियल सिक्योरिटी देती है, बल्कि उनके परिवार के भविष्य को भी सुरक्षित बनाती है।
अब तक PF को लोग सिर्फ रिटायरमेंट सेविंग मानते थे, लेकिन EDLI स्कीम की वजह से अब यह एक लाइफ इंश्योरेंस की तरह भी काम करने लगा है – और वो भी बिना किसी प्रीमियम के।
तो अगर आप एक PF सदस्य हैं, तो निश्चिंत रहिए – अब सरकार और EPFO दोनों आपके साथ खड़े हैं।