Retirement Age Latest Update – काफी समय से यह चर्चा ज़ोरों पर थी कि केंद्र सरकार अब कर्मचारियों की रिटायरमेंट उम्र यानी सेवानिवृत्ति की आयु में बदलाव करने जा रही है। कई न्यूज पोर्टल्स, सोशल मीडिया पोस्ट्स और यूट्यूब वीडियो में यह बात बार-बार सामने आ रही थी कि सरकार जल्दी ही कोई बड़ा फैसला ले सकती है, जिससे कर्मचारियों की नौकरी की अवधि घट या बढ़ सकती है।
लेकिन अब इस पूरे मुद्दे पर सरकार की ओर से लिखित में आधिकारिक जवाब दे दिया गया है। तो अब जो सवाल सभी के मन में था – कि रिटायरमेंट की उम्र कम होगी या बढ़ेगी – उसका जवाब पूरी तरह साफ हो गया है।
रिटायरमेंट उम्र को लेकर क्या चल रही थी चर्चा?
दरअसल, पिछले कुछ समय से ये अफवाहें चल रही थीं कि केंद्र सरकार शायद रिटायरमेंट की उम्र 60 साल से घटाकर 58 साल करने वाली है। कुछ जगहों पर तो यह भी कहा गया कि सरकार 62 साल तक नौकरी की अवधि बढ़ाने पर विचार कर रही है। इसी को लेकर हाल ही में राज्यसभा में एक सांसद ने सरकार से दो महत्वपूर्ण सवाल पूछे।
- क्या केंद्र सरकार जल्दी रिटायरमेंट के लिए कोई नई योजना ला रही है?
- अगर कोई कर्मचारी देरी से रिटायरमेंट लेना चाहता है तो क्या उसके लिए कोई स्कीम बनेगी?
सरकार का जवाब – रिटायरमेंट एज में कोई बदलाव नहीं!
इन सवालों का जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने दो टूक शब्दों में कहा है कि सरकार की ऐसी कोई योजना नहीं है। यानी न तो रिटायरमेंट एज को घटाया जाएगा और न ही किसी को देर से रिटायरमेंट लेने की कोई विशेष सुविधा दी जाएगी।
सरकार की ओर से साफ कहा गया है कि सेवानिवृत्ति की उम्र को लेकर न तो कोई नई योजना बनाई जा रही है और न ही मौजूदा नियमों में कोई लचीलापन लाया जाएगा।
जल्दी रिटायरमेंट लेने के लिए पहले से ही हैं नियम
हाँ, अगर कोई कर्मचारी खुद अपनी मर्जी से समय से पहले रिटायर होना चाहता है, तो उसके लिए पहले से ही विकल्प मौजूद हैं। इसे हम वीआरएस (VRS) या Voluntary Retirement Scheme के नाम से जानते हैं। इसके तहत कर्मचारी तय नियमों और शर्तों के आधार पर नौकरी छोड़ सकते हैं।
किन कारणों से ले सकते हैं अर्ली रिटायरमेंट?
अगर कोई व्यक्ति स्वास्थ्य संबंधी कारणों, पारिवारिक जिम्मेदारियों, नया बिजनेस शुरू करने की इच्छा, या फिर जीवन को आराम से जीने की चाहत में जल्दी रिटायरमेंट लेना चाहता है तो वो VRS के तहत आवेदन कर सकता है। यहां तक कि कुछ लोग अपने शौक पूरे करने जैसे – देश घूमना या समाज सेवा करने के लिए भी VRS ले लेते हैं।
वीआरएस के लिए कौन से नियम लागू होते हैं?
केंद्रीय मंत्री ने अपने जवाब में यह भी बताया कि VRS लेने के लिए केंद्र सरकार के पास पहले से दो नियम लागू हैं:
- केंद्रीय सिविल सेवा पेंशन नियम 2021 (CCS Pension Rules 2021)
- अखिल भारतीय सेवा नियम 1958 (All India Services Rules 1958)
इन नियमों के तहत अगर कोई कर्मचारी VRS लेना चाहता है, तो वह इन शर्तों के अनुसार रिटायरमेंट के लिए आवेदन कर सकता है। यानी VRS का रास्ता बंद नहीं हुआ है, लेकिन सरकार रिटायरमेंट एज में सामान्य तौर पर कोई बदलाव नहीं करने जा रही है।
रिटायरमेंट एज बढ़ाने की खबरों पर ब्रेक
यह बात बिल्कुल साफ हो गई है कि सरकार ने रिटायरमेंट एज को लेकर कोई नया प्लान नहीं बनाया है। जो लोग यह सोच रहे थे कि शायद नौकरी की उम्र बढ़ाकर 62 या 65 साल कर दी जाएगी, उन्हें अब यह समझना होगा कि फिलहाल ऐसा कुछ नहीं होने जा रहा।
सरकार का फोकस – नियमों की स्थिरता बनाए रखना
केंद्रीय मंत्री का यह भी कहना है कि सेवानिवृत्ति की उम्र को लेकर नियमों में स्थिरता जरूरी है, ताकि कर्मचारियों को पहले से यह स्पष्ट हो कि उन्हें कब तक काम करना है और भविष्य की योजना कैसे बनानी है। बार-बार बदलाव करने से न सिर्फ कर्मचारियों में भ्रम की स्थिति बनती है बल्कि प्रशासनिक कामकाज पर भी असर पड़ता है।
कर्मचारियों की क्या है राय?
बहुत से कर्मचारियों का मानना है कि रिटायरमेंट एज में छेड़छाड़ नहीं होना चाहिए, क्योंकि हर व्यक्ति अपनी ज़िंदगी की योजना उसी हिसाब से बनाता है। वहीं कुछ ऐसे लोग भी हैं जो चाहते थे कि रिटायरमेंट की उम्र थोड़ी और बढ़े ताकि उन्हें पेंशन से पहले ज्यादा सेविंग्स करने का मौका मिले। लेकिन अब सरकार की पक्की स्थिति सामने आ जाने से दोनों ही पक्षों को स्पष्टता मिल गई है।
केंद्र सरकार ने साफ कर दिया है कि रिटायरमेंट एज में कोई बदलाव नहीं होगा। ना ही जल्दी रिटायरमेंट को लेकर कोई नई स्कीम लाई जा रही है और ना ही देर से रिटायरमेंट की कोई योजना बन रही है। हाँ, जो कर्मचारी स्वेच्छा से VRS लेना चाहें, उनके लिए पहले से ही नियम तय हैं और वो उसी के अनुसार रिटायरमेंट ले सकते हैं।
तो अब अगर आपके मन में भी यह सवाल चल रहा था कि आपकी नौकरी जल्दी खत्म होगी या नहीं, तो इसका जवाब है – नहीं, सब कुछ पहले जैसा ही रहेगा।